Friday, January 29, 2016

कई देशों में फैल चुका है जीका वायरस

जिका वायरस लैटिन अमेरिका के करीब 20 देशों में फैल चुका है और विश्व स्वास्थ्य संगठन को कनाडा और चिली को छोड़कर प्रत्येक अमेरिकी देश में इसके फैलने की आशंका है। डेनमार्क और स्विटजरलैंड लैटिन अमेरिका से लौट रहे लोगों में जिका संक्रमण की रिपोर्ट देने के लिए यूरोपीय देशों की बढ़ती संख्या में जुड़ गए हैं।

तो वहीं मध्य अमेरिका के सबसे छोटे और घनी आबादी वाले देश अल साल्वाडोर ने समूचे मध्य अमेरिका की महिलाओं को सलाह दी है कि वह 'जीका' वायरस के खतरे को देखते हुए वर्ष 2018 तक गर्भधारण करने की योजना ना बनाएं। डेंगू की ही तरह मच्छरों के माध्यम से फैलने वाले 'जीका' वायरस से विश्व के दर्जनों देश प्रभावित हो रहे हैं।

जाइका से लड़ाई के लिए डब्ल्यूएचओ ने कसी कमर 

गुरुवार को हुई बैठक में डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक मार्गेट चेन ने कहा कि जाइका भयंकर रूप ले रहा है और तेजी से फैल रहा है।

कनाडा और चिली को छोड़कर पूरे उत्तरी और दक्षिणी अमेरिकी महाद्वीप में इस वायरस के फैलने के खतरे को देखते हुए संगठन ने यह बैठक बुलाई थी। अमेरिकी महाद्वीपों में चालीस लाख लोगों पर इसके संक्रमण का खतरा मंडरा रहा है। संयुक्त राष्ट्र ने प्रभावित देशों की यात्रा करने वाले लोगों के रक्तदान करने पर भी रोक लगाने की बात कही है। विशेषज्ञों का मानना है कि यदि वायरस का संक्रमण नहीं रोका गया तो यह भयानक महामारी का रूप ले सकता है। साथ ही इबोला की तरह हजारों लोगों के मरने का अंदेशा भी जताया जा रहा है।

गौरतलब है कि जाइका वायरस से प्रभावित महिलाएं ऐसे शिशुओं को जन्म दे रही हैं जिनका मस्तिष्क पूरी तरह विकसित नहीं हो पाता है। लातिन अमेरिका और कैरिबिया के 21 देशों में यह वायरस फैल चुका है। ब्राजील इससे सबसे ज्यादा प्रभावित है। ब्राजील की राष्ट्रपति डिल्मा रोसेफ ने लातिन अमेरिकी देशों से एकजुट होकर इस वायरस से लड़ने की अपील की है। वहीं, अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने इससे निपटने के टीकों और उपचार के विकास में तेजी की अपील की है। विशेषज्ञों के अनुसार जाइका वायरस को खत्म करने के लिए टीका तैयार करने में कम से कम दो साल का वक्त लग सकता है।

जीका वायरस के लक्षण:
जीका वायरस से संक्रमित हर पांच में से एक में ही इसके लक्षण दिखते हैं। आम तौर पर संक्रमित व्यक्तियों में जोड़ों में तेज दर्द, आंखें लाल होना, मतली, चिड़चिड़ापन या बेचैनी जैसे लक्षण दिखाई देते हैं।

कहां से आया जीका:
जीका का पहला मामला1947 में युगांडा में मिला था। वर्ष 2015 तक यह वायरस अफ्रीका, एशिया और प्रशांत द्वीपों में भी पाया गया जो अब फैलते हुए अब 14 देशों में में जा चुका है।जीका वायरस को एडीज मच्छर फैलाता है, इसलिए मच्छर के काटने से बचना सबसे जरूरी बचाव है।

बचाव:
अब तक इस वायरस से निपटने के लिए कोई वैक्सीन या दवा नहीं बनी है। फिलहाल तो हर हाल में मच्छरों के काटने से बचना ही एकमात्र एक उपाय है।

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