भारत के हाथों चार बार बुरी तरह 'पिटने' के बाद भी पाकिस्तान अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। ताजा घटनाक्रम में मंगलवार को पाकिस्तान की ओर से हुए हमले में भारत के 5 सैनिक शहीद हो गए। पाकिस्तान ने यह नापाक हरकत 17वीं बार की है और 57 बार वह संघर्षविराम का उल्लंघन कर चुका है। वह भारत की तरफ हर बार दोस्ती का हाथ बढ़ाकर पीछे से खंजर घोंप देता है। सैन्यशक्ति में काफी कमजोर पाकिस्तान में अब भारत के साथ सामने से युद्ध करने की हिम्मत नहीं है।
इसलिए अब उसने छद्मयुद्ध की रणनीति अपनाई है। आतंकवाद को समर्थन भी पाकिस्तान की उसी रणनीति का हिस्सा है। पाकिस्तान के सैन्य शासक जिया उल हक ने कहा था कि भारत से युद्ध में भले ही हमें शिकस्त मिली हो, लेकिन आतंकवाद के जरिए हम भारत में इतने घाव देंगे कि वे नासूर बन जाएं।
कायराना आतंकवादी हमले करते हुए वह भारत में दहशत फैलाता रहता है। मुंबई आतंकवादी हमला, संसद पर हमला जैसे शर्मनाक कृत्यों से वह अपने मंसूबों में कामयाब होना चाहता है। भारत के रक्षामंत्री एके एंटोनी के मुताबिक एलओसी पर पिछले वर्ष के मुकाबले इस वर्ष इन हमलों में 80 प्रतिशत की वृद्धि हो चुकी है।
पाकिस्तान शायद यह भूल चुका है कि भारत के पास विश्व की सबसे बड़ी तीसरी फौज है, जो चार बार पाकिस्तान को धूल चटा चुकी है। पाकिस्तान शायद यह भी भूल चुका है कि 1971 में भारतीय सेना ने उसके 90 हजार सैनिकों से हथियार डलवाए थे।
भारत सैन्य शक्ति में मुकाबला चीन से करता है, न कि पाकिस्तान से। पाकिस्तान सैन्य शक्ति में भारत से होड़जोड़ करता है। पाकिस्तान अपने जीडीपी का 3 प्रतिशत सैन्य शक्ति पर खर्च कर रहा है। आकड़ों से पता चलता है कि पाकिस्तान भारत के आगे कहीं नहीं ठहरता है। भारतीय सैनिक युद्धाभ्यास में इतने कुशल हैं कि अमेरिकी सैनिक भारतीय सेना से आतंकवाद से निपटने के गुर सीखते हैं। भारत के पास थलसेना में करीब 13 लाख 25 हजार सैनिक हैं और 9 लाख 50 हजार रिजर्व सैनिक हैं, जबकि पाकिस्तान के पास 6 लाख 17 हजार सैनिक हैं। भारत के पास पाकिस्तान से दुगनी ताकत है। भारतीय सेना के बेड़े में सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल ब्रह्मोस, अग्नि, पृथ्वी, आकाश और नाग जैसी आधुनिक मिसाइलें हैं, वहीं पाकिस्तान के पास गौरी, शाहीन, गजनवी, हत्फ और बाबर जैसी मिसाइलें हैं।
अग्नि 5 भारत की सबसे आधुनिक और घातक मिसाइल है। इस इंटरकॉन्टिनेटल बैलेस्टिक मिसाइल की मारक क्षमता 5000 किमी है जबकि बाबर की मारक क्षमता केवल 1000 किमी है। भारत के पास 1600 टैंक हैं जबकि पाकिस्तान के पास 1000 टैंक हैं। वायुसेना की बात की जाए तो भारत इसमें पाकिस्तान से कहीं आगे है। भारतीय वायुसेना विश्व चौथी सबसे बड़ी वायुसेना है। चीन से भी बेहतर मानी जाने वाली वायुसेना के पास 1 लाख 27 हजार जवान हैं जबकि पाकिस्तान के पास सिर्फ 65 हजार वायुसैनिक हैं। विमानों की बात की जाए तो भारत के पास 1380 विमानों का बेड़ा है जिसमें सुखोई एम 30, मिग-29, मिग-27, मिग-21, मिराज और जगुआर जैसे आधुनिक विमान हैं।
पाकिस्तान के पास चीनी एफ-7, अमेरिकी F-16 और मिराज शामिल हैं, लेकिन उसके पायलटों का तकनीकी ज्ञान कमजोर है, जबकि भारतीय पायलटों का लोहा पूरा विश्व मानता है। भारत के पास एक एयरकाफ्ट करियर भी है जबकि पाकिस्तान के पास नहीं है। भारत के पास करीब 58350 जलसैनिक हैं, जबकि पाकिस्तान के पास इनकी संख्या मात्र 25 हजार है। भारत के पास 27 पनडुब्बी जबकि पाकिस्तान के पास 10 पनडुब्बी हैं। भारत के पास 27 युद्धपोत है जबकि पाकिस्तान के पास कोई युद्धपोत नहीं है। भारत के पास 150 वॉरशिप, जबकि पाकिस्तान के पास 75 वॉरशिप। परमाणु हथियारों की अगर बात की जाए तो भारत के पास 50 से 90 परमाणु हथियार है जबकि पाकिस्तान के पास करीब 50 परमाणु हथियार हैं।
इसलिए अब उसने छद्मयुद्ध की रणनीति अपनाई है। आतंकवाद को समर्थन भी पाकिस्तान की उसी रणनीति का हिस्सा है। पाकिस्तान के सैन्य शासक जिया उल हक ने कहा था कि भारत से युद्ध में भले ही हमें शिकस्त मिली हो, लेकिन आतंकवाद के जरिए हम भारत में इतने घाव देंगे कि वे नासूर बन जाएं।
कायराना आतंकवादी हमले करते हुए वह भारत में दहशत फैलाता रहता है। मुंबई आतंकवादी हमला, संसद पर हमला जैसे शर्मनाक कृत्यों से वह अपने मंसूबों में कामयाब होना चाहता है। भारत के रक्षामंत्री एके एंटोनी के मुताबिक एलओसी पर पिछले वर्ष के मुकाबले इस वर्ष इन हमलों में 80 प्रतिशत की वृद्धि हो चुकी है।
पाकिस्तान शायद यह भूल चुका है कि भारत के पास विश्व की सबसे बड़ी तीसरी फौज है, जो चार बार पाकिस्तान को धूल चटा चुकी है। पाकिस्तान शायद यह भी भूल चुका है कि 1971 में भारतीय सेना ने उसके 90 हजार सैनिकों से हथियार डलवाए थे।
भारत सैन्य शक्ति में मुकाबला चीन से करता है, न कि पाकिस्तान से। पाकिस्तान सैन्य शक्ति में भारत से होड़जोड़ करता है। पाकिस्तान अपने जीडीपी का 3 प्रतिशत सैन्य शक्ति पर खर्च कर रहा है। आकड़ों से पता चलता है कि पाकिस्तान भारत के आगे कहीं नहीं ठहरता है। भारतीय सैनिक युद्धाभ्यास में इतने कुशल हैं कि अमेरिकी सैनिक भारतीय सेना से आतंकवाद से निपटने के गुर सीखते हैं। भारत के पास थलसेना में करीब 13 लाख 25 हजार सैनिक हैं और 9 लाख 50 हजार रिजर्व सैनिक हैं, जबकि पाकिस्तान के पास 6 लाख 17 हजार सैनिक हैं। भारत के पास पाकिस्तान से दुगनी ताकत है। भारतीय सेना के बेड़े में सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल ब्रह्मोस, अग्नि, पृथ्वी, आकाश और नाग जैसी आधुनिक मिसाइलें हैं, वहीं पाकिस्तान के पास गौरी, शाहीन, गजनवी, हत्फ और बाबर जैसी मिसाइलें हैं।
अग्नि 5 भारत की सबसे आधुनिक और घातक मिसाइल है। इस इंटरकॉन्टिनेटल बैलेस्टिक मिसाइल की मारक क्षमता 5000 किमी है जबकि बाबर की मारक क्षमता केवल 1000 किमी है। भारत के पास 1600 टैंक हैं जबकि पाकिस्तान के पास 1000 टैंक हैं। वायुसेना की बात की जाए तो भारत इसमें पाकिस्तान से कहीं आगे है। भारतीय वायुसेना विश्व चौथी सबसे बड़ी वायुसेना है। चीन से भी बेहतर मानी जाने वाली वायुसेना के पास 1 लाख 27 हजार जवान हैं जबकि पाकिस्तान के पास सिर्फ 65 हजार वायुसैनिक हैं। विमानों की बात की जाए तो भारत के पास 1380 विमानों का बेड़ा है जिसमें सुखोई एम 30, मिग-29, मिग-27, मिग-21, मिराज और जगुआर जैसे आधुनिक विमान हैं।
पाकिस्तान के पास चीनी एफ-7, अमेरिकी F-16 और मिराज शामिल हैं, लेकिन उसके पायलटों का तकनीकी ज्ञान कमजोर है, जबकि भारतीय पायलटों का लोहा पूरा विश्व मानता है। भारत के पास एक एयरकाफ्ट करियर भी है जबकि पाकिस्तान के पास नहीं है। भारत के पास करीब 58350 जलसैनिक हैं, जबकि पाकिस्तान के पास इनकी संख्या मात्र 25 हजार है। भारत के पास 27 पनडुब्बी जबकि पाकिस्तान के पास 10 पनडुब्बी हैं। भारत के पास 27 युद्धपोत है जबकि पाकिस्तान के पास कोई युद्धपोत नहीं है। भारत के पास 150 वॉरशिप, जबकि पाकिस्तान के पास 75 वॉरशिप। परमाणु हथियारों की अगर बात की जाए तो भारत के पास 50 से 90 परमाणु हथियार है जबकि पाकिस्तान के पास करीब 50 परमाणु हथियार हैं।
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