बारिश शुरू होने के पहले मुम्बई महानगरपालिका ने दावों की पोटली बांधकर मुम्बई करों थमा दिया। लेकिन जैसे ही बारिश शुरू हुई। पोटली नाले में बह गयी.दरशल मुम्बई महानगर पालिका के आयुक्त जयराज फाटक ने दावा किया था। कि मुम्बई में जल जमाव नही होगा। और शायद महानगर पालिका ने ये समझकर दावा किया था कि बारिश के रिमोट महानगर पालिका के पास है। लेकिन जैसे ही इन्द्र देवता गरजे कि मुम्बई करों में खतरों के बदल मंडराने लगे । लिचले इलाकों कि सडकों और नाले एक साथ मिल गए। सड़क यातायात अस्त व्यस्त हो गया। और महानगर पालिका की सारी व्य्व्स्थाये चरमरा गयी। घरों में ४ से ५-६ फीट पानी भर गया। और मुम्बैकर जान बचने के लिए ठिकाना ढूँढते हैं। रेल की रफ्तार धीमी पड़ गयी। और सडकों में पैदल चलाना तक मुश्किल हो गया। हालत यहं तक पहुँच गए कि दुर्घतानाये भी हो गयी। हिंद्मता सायन परेल माटुंगा जैसे इलाके पाने से भर गए।
फिलहाल अभी तक जीतनी मुम्बई में बारिश हुई है उसका दस फीसदी बारिश आ चुकी है। और पहली बारिश में मनापा के सरे डेव बह गए। मीठी नदी उफान मरने लगी। ऐसे में अब मनापा को जरूरत है कि फ़िर से दावों को अमली जामा पहनाने कि। ताकि बारिश से मनापा अपने आपको धुलने से बचा सके।
1 comment:
सही है जी
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